इंदिरा गांधी जी जीवन परिचय / Indira Gandhi biography in hindi
इंदिरा गांधी एक ऐसी महिला थी जिनका विरोध बहुत हुआ उनके राजनीतिक कैरियर में इनको चुड़ैल बोला गया उनकी खुद की पार्टी के लोगों ने बोला इस्तीफा दे दो इन्होंने बहुत परेशानियां झेला और भारी रूकावटों के होते हुए भी इन्होंने अपने आप को बड़ी साहस के साथ इन सारी मुसीबत से बाहर निकाला और साहस के साथ फिर देश को संभालने में लग गई इन्होंने गरीब लोगों और भारत में साइंस और टेक्नोलॉजी को भारत में बढ़ावा दिया जिससे भारत में आगे चलकर बहुत तेजी से विकास हुआ आपने भारत के अर्थव्यवस्था को काफी अच्छी तरह समझ के उसमें सुधार करके उसको आगे बढ़ाया ।
इंदिरा गांधी ने गरीबी हटाओ नारा दिया और राष्ट्रीय हितों में काम किया आपने बचपन से ही देश भक्ति का विषय अपने दिल और दिमाग में बसा रखा था और जब समय आया तो दिखाई भी आपने देश को आजाद कराया आप महान भारत देश की एक महान महिला प्रथम प्रधानमंत्री बनी थी।
पूरा नाम | इंदिरा गांधी |
अन्य नाम | नेहरू इंदिरा, आयरन लेडी, दुर्गा |
पिता का नाम | पंडित जवाहरलाल नेहरू |
माता का नाम | कमला नेहरू |
पति का नाम | फिरोज गांधी |
बच्चों का नाम | राजीव गांधी और संजय गांधी |
पेसा | राजनीति और सामाजिक कार्यकर्ता |
राजनीतिक पार्टी | इंडियन नेशनल कांग्रेस |
जन्मतिथि | 19 नवंबर 1919 |
उम्र | 64 साल |
जन्म स्थान | इलाहाबाद संयुक्त प्रांत आगराअवध ब्रिटिश इंडिया |
गृह नगर | इलाहाबाद वर्तमान प्रयागराज |
धर्म | हिंदू |
जाति | ब्राह्मण |
राष्ट्रीयता | भारती |
पता | इलाहाबाद संयुक्त प्रांत आगरा अवध ब्रिटिश इंडिया |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
शैक्षणिक योग्यता | ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी |
बाल्यावस्था
प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जी का जन्मदिन और स्थान / Indira Gandhi biography in hindi
प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जी का जन्म कश्मीरी पंडित परिवार 19 नवंबर 1917 इलाहाबाद में हुआ थाइंदिरा गांधी बचपन में बहुत शक्तिशाली व स्पूर्तिवान थी और आप को सभी लोग बहुत ही ज्यादा प्यार करते थे
इंदिरा गांधी जी को बचपन से बड़ा शौक था भाषण देने का जब भी इनको समय मिलता यह अपने घर के 10 15 20 सदस्य को इकट्ठा करके स्पीच दिया करती थी। यह कहे की राजनीति इनके खून में आ गई या इनको विरासत में मिली थी राजनीति क्योंकि उनके घर में राजनीतिक लोग पुलिस वकील आदि लोगों का आना-जाना लगा रहता था इसलिए इनकी राजनीति समझ आई।
इंदिरा गांधी जी नॉन कोऑपरेशंस मूवमेंट से बहुत ज्यादा प्रभावित थी एक बार जब आप छोटी सी थी तो आपको बहुत ज्यादा गुस्सा आया कि हम लोग इंडिया के हो करके भी विदेशी चीज क्यों इस्तेमाल करते हैं हम अपना स्वदेशी हर एक चीज इस्तेमाल करेंगे हम विदेशी चीज क्यों इस्तेमाल करें इसलिए आपने गुस्सा आते हुए अपने सारी वस्तुओं को जो विदेशी थी उनको हटाने का अपने घर के नौकरों और देखरेख करने वाले को आदेश दिया कि यह सब चीज हटा दी जाए विदेशी जितनी भी वस्तुओं को हटा दो हमको इस्तेमाल नहीं करनी है।
इंदिरा गांधी जी यह देखी थी कि जो चीज विदेशी जैसे वस्त्र आदि को जलाया जाता है तो जब नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट चल रहा था तो सभी नेता उनके पिताजी भी विदेशी वस्त्र को जला रहे थे होलिका में और इन्हें भी बहुत ही अच्छा लग रहा था कि हम विदेशी चीजों को छोड़ रहे हैं और अपने स्वदेशी चीजों को अपना रहे हैं तो एक बार क्या होता है कि उनकी चाची जी जो की विदेश से उनके लिए बहुत ही सुंदर-सुंदर वस्त्र लाती हैं जैसे फ्रॉक इत्यादि तो इन्होंने पहनने से और लेने से मना कर दिया और जो थे उनके पास उन्होंने उसको ले जाकर फेंक दिया आग में ताकि वह जल जाए ।
हमारी इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री जी बहुत ही ज्यादा साहसी और हिम्मती थी इतने बचपन में ऐसा कर पाना एक आम लड़की के लिए कितना बड़ी बात है कि वह इतना सोच पाए जब इनके पिताजी को पता चलता है कि इंदिरा गांधी जी भी नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट में हिस्सा लेना चाहती हैं तो उनके पिताजी इनको मना कर देते हैं कि आप अभी हिस्सा नहीं ले सकते इसमें इनको इस बात से बहुत दुख होता है लेकिन फिर भी यह रुकती नहीं है ना टूटती है और जरा सा भी एक सेकंड नहीं लगता है और दूसरे दिन यह अपना विचार करती हैं और कुछ लोगों को बुलाती हैं और अपनी एक वानर सेना बनाती हैं और फिर अपने जो भी काम होता है उसे मूवमेंट से लेकर के आप मदद करती हैं
इंदिरा गांधी जी को देश के लोगों में उनकी मदद करने में और उनकी सहायता करने में बहुत रुचि थी वह देश को बहुत आगे बढ़ना चाहती थी इंदिरा गांधी जी गरीबों की मदद करती और बीमार लोगों की सहायता करती थी इंदिरा गांधी जी ने वर्ल्ड टूर भी किया था और इस समय आप अपने पिताजी को पत्र लिखा करती थी
इंदिरा गांधी जी ने तीन टाइगर अडॉप्ट किया था और उन्हें जानवर बहुत पसंद थे जैसे मोर कबूतर आदि उन तीनों टाइगर का नाम था भीम, भैरव और हिडिंबा ।
इंदिरा गांधी जी अपने मां की बहुत करीब थी वह अपनी मां से बहुत प्यार करती थी और उनकी हर बात मना करती थी मां भी उनको अपने से ज्यादा प्यार किया करती थी उनकी मां उन्हें बहुत समझाया करती थी बहुत पढ़ाया करती थी जब वह छोटी सी थी तो वह अपनी मां के साथ ज्यादा वक्त बिताया करते थी
इंदिरा गांधी जी ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की वहीं पर इनको फिरोज गांधी मिलते हैं और बाद में उनकी शादी फिरोज गांधी से होती है।
इंदिरा गांधी जी को देश-विदेश की राजनीति में बहुत रुचि थी और उन्होंने देश और विदेश की राजनीतिक के विषय पर स्टडी भी किया। कुछ समय तक उन्होंने पहचाना उनको देखा कि कैसे लोग राजनीति करते हैं और कैसे लोग अपने देश का विकास करते हैं राजनीति के इस्तेमाल करके इंदिरा गांधी जी जब प्रधानमंत्री बनी तो उन्होंने सर्वप्रथम देश के गरीबी क्षेत्र में और अंतरराष्ट्रीय व्यापारस्तर पर बहुत काम किया और भारत का नाम भी बहुत बढ़ाया आपने सन 1941 में आप भारत वापस आई विदेश से पढ़ाई करके जब आप भारत आए तो देखा कि यहां पर सभी लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है अंग्रेजों के द्वारा आपको बहुत दुख हुआ और बहुत ही ज्यादा अंग्रेजों के प्रति नाराजगी और गुस्सा भी आया और फिर आप उसी लड़ाई में साथ देने के लिए अपने पिता के सहयोग के साथ बहुत मदद की ।
इंदिरा गांधी जी की शादी 20 मार्च 1942 को फिरोज गांधी के साथ हुई
इंदिरा गांधी जी पत्नी, माता एंड पॉलीटिशियन
1.आप कांग्रेस पार्टी की एक्टिव लीडर बना दी जाती हैं
2.आप लाल बहादुर शास्त्री जी के अंदर काम करते हैं
3.आपको अंग्रेजों द्वारा कई बार अरेस्ट भी किया जाता है क्योंकि आपने नेशनल मूवमेंट में बढ़-चढ़ के हिस्सा लिया था।
- लाल बहादुर शास्त्री जी ने इंदिरा गांधी जी को काफी फोर्स किया कि वह कांग्रेस की लीडर बने
5.इंदिरा गांधी जी के दो बच्चे थे संजय गांधीऔर राजीव गांधी
6.आपने एक बार हिंदू मुस्लिम के दंगों में समझौता करवाया था उसी समय आपकी जान से मारने की धमकी दी जाती है पर आप निडर होकर उनका सामना करती हैं
- इंदिरा गांधी जी का मानना था कि प्राकृतिक चीजों को ज्यादा परेशान ना किया जाए जैसे जानवर पक्षी पेड़ नदी जमीन इत्यादि
- जवाहरलाल नेहरू जी की मृत्यु सन 27 मई 1964 में हुई, उसके के बाद लाल बहादुर शास्त्री जी प्रधानमंत्री बनते हैं और इंदिरा जी इनफॉरमेशन एंड ब्रॉडकास्टिंग मिनिस्टर बनती हैं
लीडर ऑफ़ द कंट्री इंदिरा गांधी जी / Indira Gandhi biography in hindi
पंडित जवाहरलाल नेहरू के मृत्यु के बाद जब शास्त्री जी प्रधानमंत्री बने फिर धीरे-धीरे इंदिरा गांधी जी कांग्रेस की लीडर बनने लगी थी हालांकि लोग इनको पसंद नहीं किया करते थे और उनके पार्टी के लोग तो बिल्कुल नहीं चाहते थे कि यह लीडर बने या हेड ऑफ डिपार्टमेंट बने कांग्रेस की क्योंकि वह सब जानते थे कि अगर यह बन गई तो हम प्रधानमंत्री नहीं बन पाएंगे तो उन लोगों ने इनका बहुत विरोध किया इनको पता नहीं क्या-क्या कहा उल्टा सीधा कहा गाली दिया और उनका एक नाम रखा था गूंगी गुड़िया पर इनको कोई फर्क नहीं पड़ता है
यह अपने काम में लगी रहती है पूरी ईमानदारी से पुरी साहस से यह देश को आगे बढ़ना चाहती थी उनकी यही सोच थी हालांकि क्योंकि ऐसा था इनका सोच क्योंकि यह विदेश से पढ़कर आई थी विदेश में सब लोग अपने देश के प्रति बहुत प्रेम और आगे बढ़ना चाहते थे इसलिए इनके अंदर भी वह देश प्रेम जागा और देश के प्रति काम करने की बहुत इच्छा थी कि हमारा देश बहुत जल्दी बहुत आगे बढ़ जाए।
1.इंदिरा गांधी जी को इनकी पार्टी के लोग सपोर्ट नहीं करते थे क्योंकि वह खुद कुर्सी के लालच में पड़े थे पार्टी के लोगों ने इंदिरा गांधी के लिए कांटों का ताज बना कर दिया था
2.पार्टी के करप्ट नेताओं द्वारा उनके खिलाफ बहुत सारे षड्यंत्र किया जाता था ताकि इनको पार्टी से हटा दिया जाए
लेकिन इंदिरा गांधी जी बहुत चतुर और साहसी और निडर महिला थी उन्होंने एक-एक करके सारे मुश्किलों को सुलझाया और पूरे साहस के साथ आगे बढ़ी और कांग्रेस पार्टी की लीडरशिप अपने हाथों में ले लिया।
3.उनकी पार्टी के लोगों ने इन्हें गूंगी गुड़िया बोला था
- इंदिरा गांधी जी को इंडिसीप्लिन के लिए इन्हें पार्टी से सस्पेंड भी किया गया था
5.1971 वार के टाइम रिचर्ड विलियम्स नेक्सों ने इन्हें witch बोला था
6.इंदिरा गांधी जी हमेशा देश की उन्नति के बारे में सोचा करती थी
- कांग्रेस लीडर इंदिरा गांधी जी का साथ कभी नहीं देते थे वे लोग बस कुर्सी के चक्कर में रहते थे
8.अटल बिहारी वाजपेई जी ने इंदिरा गांधी जी को दुर्गा बोला था सन 1971 वार के जीत के बाद
9.इंदिरा गांधी जी ने 2 साल की इमरजेंसी लगा दी थी सन 1975 से 1977 तक
10.इंदिरा गांधी जी की मृत्यु 31 अक्टूबर1984 को उन्हीं के दो बॉडीगार्ड ने गोली मार के उनकी हत्या कर दी
11.उनके दोनों बॉडीगार्ड का नाम सतविंदर सिंह और बियंत सिंह था बॉडीगार्ड ने अपने सर्विस वेपन से गार्डन में उनको गोली मार दी
Quick question answer / Indira Gandhi biography in hindi
Q.1- Indira Gandhi’s birth anniversary date.
A.- 19 November 1919.
Q.2- Indira Gandhi biography book.
A.- My truth.
Q.3- Indira Gandhi International Airport.
A.- Delhi International Airport.
Q.4- Indira Gandhi’s birth name.
A.- Indira Nehru.
Q.5- Indira Gandhi’s birthplace.
A.- Allahabad, united province of Agra and Oudh, British India.
Q.6-Indira Gandhi’s husband’s name.
A.- Firoz Gandhi.
Q.7- After Indira Gandhi who is Prime Minister.
A.- Rajiv Gandhi (31 October 1984).
Q.8- age of Indira Gandhi.
A.- 64 years.
Q.9- Indira Gandhi’s Bodyguard name.
A.- Satwant singh and beant singh.
Q.10- Indira Gandhi’s children’s name.
A.- Rajiv Gandhi and Sanjay Gandhi.